नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली से सटे दादरी के बिसहड़ा गांव में गोमांस खाने की अफवाह को लेकर मारे गए इखलाक के परिवार से मिलने के लिए आज कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी वहां पहुंचे। राहुल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनसे बातचीत की। मुलाकात के बाद राहुल ने ट्वीट किया, 'दादरी में मोहम्मद इखलाक के परिवार से मुलाकात की।' वहीं कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि वह दादरी की घटना पर 'चुप्पी' तोड़ें और इसकी निंदा करें। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी परिवार से मिलने गांव पहुंचे थे। प्रशासन ने पहले उन्हें गांव में प्रवेश करने से रोक दिया था, लेकिन बाद में जाने की अनुमति दे दी।
इस घटना को लेकर इलाके में तनाव का माहौल है और घटना की कवरेज के लिए पहुंचे मीडियाकर्मियों को स्थानीय लोगों का विरोध झेलना पड़ा। कई मीडियाकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की गई। दरअसल स्थानीय लोग गांव में मीडिया को जाने से रोक रहे हैं। उनका कहना है कि मीडिया की वजह से उन्हें परेशानी हो रही है। मीडियाकर्मी वहां अख़लाक़ की हत्या की घटना का कवरेज़ करने पहुंचे थे।
इससे पहले शुक्रवार को भी गांव में नेताओं का तांता लगा रहा था। केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा भी शुक्रवार को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि यह घटना सुनियोजित नहीं थी। यह एक हादसा था। एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। घटना के लिए सभी राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते रहे। इस बीच लगातार पूछताछ से पीड़ित परिवार भी परेशान हो चुका है और अब सुर्खियों से दूर रहना चाहता है। मीडिया की तमाम ओबी वैन्स के बीच नेताओं की बड़ी गाड़ियों का काफिला शुक्रवार को बिसहड़ा पहुंचता रहा और वे घटना की जिम्मेदारी का ठीकरा एक-दूसरे के सिर फोड़ते रहे। सनद रहे कि दिल्ली से सटे यूपी में दादरी के बिलाहदा गांव में भीड़ ने इस वायुसेना कर्मी के 50 वर्षीय पिता की पीट-पीटकर इसलिए हत्या कर दी, क्योंकि यह अफवाह उड़ी थी कि उसने और उसके परिवार ने गोमांस खाया और घर में रखा था। इस अफवाह के बाद गांववाले मोहम्मउद इखलाक और उसके बेटे को घर से बाहर घसीटकर लाए और उन्हेंक ईंटों से जमकर पीटा। इस घटना में इखलाक की मौत हो गई, जबकि उसका बेटा गंभीर हालत में अस्पेताल में भर्ती हैं। जब पुलिस घटनास्थ ल पर पहुंची, तब भी भीड़ उन दोनों को पीट रही थी।
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