पटना। बिहार के मुख़्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखा है। इस पत्र में नीतीश कुमार ने पीएम मोदी द्वारा हाल ही में बिहार में आयोजित एक चुनावी रैली में उनके 'डीएनए' पर की गई टिप्पणी पर कड़ा एतराज़ जताया है। नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो जवाबी चिट्ठी लिखी उसे आज ट्विटर पर शेयर किया है, नीतीश कुमार ने कुछ दिनों पहले ही अपना ट्विटर अकाउंट खोला है।
पीएम मोदी ने पिछले महीने बिहार में हुए एक चुनावी रैली में कहा था कि, 'नीतीश ने न सिर्फ़ मेरा बल्कि जीतन राम मांझी जैसे महादलित का भी अपमान किया है....ऐसा लगता है कि उनके 'डीएनए' में कुछ गड़बड़ है क्योंकि लोकतंत्र का डीएनएन इससे अलग होता है। लोकतंत्र में आप अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदियों को भी इज्ज़त देते हैं।' नीतीश कुमार ने तब ही पीएम मोदी पर पलटवार करते हुए कहा था, 'पीएम मोदी को मेरे डीएनए में दिक्कत नज़र आती है। मैं बिहार का बेटा हूं और मेरा डीएनए वही है जो पूरे बिहार के लोगों का है। मैं अब बिहार के लोगों पर छोड़ता हूं कि वे ऐसे व्यक्ति के बारे में क्या सोचते हैं जो उनके डीएनए का अपमान करता है।' ऐसी उम्मीद है कि नीतीश अपने चुनावी कैंपेन में पीएम मोदी की इस टिप्पणी को 'बिहार का अपमान' के रुप में पेश करेंगे। नीतीश की कैंपेन टीम के अनुसार ये उनका 'चायवाला मोमेंट' है, जिसका वो पूरा फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। नीतीश कुमार ने पत्र में लिखा कि वो बिहार के बेटे हैं और महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण के बताए मार्गों पर चलते हैं। उन्होंने लिखा, ''मैं बिहार का बेटा हूं और मेरा डीएनए वही है जो बिहार के बाक़ी लोगों का है। मैंने अपने 40 साल के सार्वजनिक जीवन में लोगों की भलाई के लिए काम किया है।'' नीतीश के कैंपेन रणनीतिकार प्रशांत किशोर हैं जो लोकसभा चुनावों के दौरान पीएम मोदी के कैंपेन मैनेजर रह चुके हैं।
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।