पणजी। गोवा के लुइस बर्गर रिश्वत कांड में पुलिस ने क्राइम ब्रांच ने 2010 की गोवा सरकार के कुछ मंत्रियों पर एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने अमेरिका की न्यू जर्सी स्थित कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट फर्म लुइस बर्गर पर भी केस दर्ज किया है। गोवा कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार को लुइस बर्गर रिश्वत मामले में 24 घंटे के अंदर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की चेतावनी दी थी। विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया था कि इस मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने में देरी का कारण अमेरिका के न्यू जर्सी की इस कंपनी का बीजेपी नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार के साथ सौदों को रोक देना है।
इस मामले में राज्य पुलिस की अपराध शाखा ने पानी एवं सीवरेज परियोजना के एक अधिकारी से पूछताछ की थी, जिसके लिए कंसल्टेंसी कंपनी ने कथित तौर पर रिश्वत दी। लुइस बर्गर के शीर्ष अधिकारी भारत, विएतनाम, इंडोनेशिया तथा कुवैत में ठेकों को सुरक्षित करने के लिए 39 लाख डॉलर रिश्वत देने की बात पहले ही कबूल कर चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत तथा लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के पूर्व मंत्री चर्चिल अलेमाओ जांच के दायरे में आ सकते हैं। कामत व अलेमाओ ने हालांकि आरोपों का खंडन किया है। लुइस बर्गर एक संघ का हिस्सा है, जिसने गोवा में पानी एवं सीवरेज परियोजना को पूर्ण करने के लिए एक ठेका लिया था, जिसकी फंडिंग जापान इंटरनैशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) कर रही थी।
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।