नई दिल्ली । पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 21 जून 2015 को पूरी दुनिया में भारत की सांस्कृतिक धरोहर योग का डंका बजा। भारत के सदियों पुराने ज्ञान का परचम पहली बार कश्मीर से कन्याकुमारी तक ही नहीं, बल्कि सरहद की सीमा लांघ दुनिया के 192 देशों के 251 शहरों में लहराया। योग के जलवे से जल, थल और आकाश भी अछूता नहीं रहा। थल सेना के जवान सियाचिन की दुर्गम और बर्फ से ढकी पहाड़ की चोटियों पर योग करते नजर आए तो नौसेना के जवानों ने समुद्र में योग साधना की। राजपथ पर विदेशियों समेत तमाम देशों के दूतावासों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। भारत में जहां सभी राज्यों की राजधानियों, जिला मुख्यालयों पर योग का भव्य आयोजन किया गया, वहीं यमन को छोड़कर दुनिया के 192 देशों के 251 शहरों में योग की धूम रही। योग के जलवे से न तो बर्फ से ढकी दुर्गम पहाड़ियों की चोटियां अछूती रहीं और न ही समुद्र और आकाश।
योग के इस विराट कार्यक्रम में अमेरिका के राजदूत समेत कई देशों के दूतावास के अधिकारियों और कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा ने योग के कई आसन किए और बाद में भारत के विदेश सचिव एस. जयशंकर के साथ फोटो खिंचवाया। भारत के कई आश्रमों में रह रहे विदेशी भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए दूर-दूर से पहुंचे। इन लोगों का कहना था कि योग का और अधिक प्रचार-प्रसार होना चाहिए। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 152 विदेशी मिशनों को इस कार्यक्र म में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया था। भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि योग कला के साथ ही विज्ञान भी है। इसमें मनुष्य की बेहतरी के लिए रोगों को दूर करने वाली अद्भुत शक्तियां है और इससे आधुनिक जीवनशैली से जुड़े विकारों से निपटा जा सकता है। भारत योग का घर है।
यूं कहें कि यह भारत की बड़ी कामयाबी थी, हालांकि यह दिन भी विवादों से दूर नहीं रह सका। योग दिवस को लेकर पहले खूब हंगामा हुआ, बयानबाजी के दौर चले और एक बार तो इस आयोजन के सफलता पर संदेह के बादल मंडराने लगे थे। एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने योग को इस्लाम के खिलाफ बताते हुए कहा कि मुसलमानों को योग नहीं करना चाहिए। यह इस्लाम के खिलाफ है. विश्व योग दिवस का विरोध करने के लिए मुस्लिमों को उस दिन नमाज अदा करनी चाहिए। कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने भी योग दिवस का विरोध करते हुए कहा था कि मैं न तो योग करूंगा, न ही किसी को करने दूंगा। उधर, भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने योग का विरोध करने वालों पर कटाक्ष करते हुए कहा था, जिनको सूर्य नमस्कार से दिक्कत है उन्हें समुद्र में डूब जाना चाहिए। मुस्लिमों को योग करते हुए ओम की जगह अल्लाह का नाम लेने की सलाहों पर विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया ने कहा था, योग करते हुए अल्लाह का नाम लेना शिव जी का अपमान होगा, हम ऐसा नहीं होने देंगे। मुस्लिमों के योग पर आपत्ति की खबरों के बाद योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा था, मुस्लिमों को योग का विरोध नहीं करना चाहिए। नमाज अता करते वक्त भी वज्रासन का इस्तेमाल होता है।
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।