कोहिमा/गुवाहाटी। नगालैंड में उग्रवादी हमले में असम राइफल्स के आठ जवान शहीद हो गए हैं । अधिकारियों ने बताया कि उग्रवादियों ने सुरक्षा बल के एक काफिले को निशाना बनाकर ताकतवर विस्फोट किया। घटना मोन जिले के चांगलांग सू इलाके में दोपहर बाद 2.30 बजे घटी। एक अधिकारी के मुताबिक, 'असम राइफल्स के जवानों को लेकर एक वाहन और एक पानी का टैंकर निकट ही पानी लेने गया था। चांगलांग सू में आतंकवादियों ने पहले वाहन पर उन्नत विस्फोटक उपकरण (आईईडी) से ताकतवर विस्फोट किया और उसके बाद अंधाधुंध गोलबारी की।' अधिकारी ने बताया कि वाहन में असम राइफल्स के 20 से अधिक जवान थे। उन्होंने बताया, 'हमारे जवानों ने भी जवाब हमला किया, लेकिन हमारे आठ जवान मौके पर ही शहीद हो गए तथा चार अन्य जख्मी हो गए। घायलों को अस्पताल पहुंचा दिया गया है तथा घटना स्थल के आस-पास एक अभियान शुरू कर दिया गया है।' असम राइफल्स के अधिकारियों को हमले के पीछे नैशनल सोशलिस्ट काउंसल ऑफ नगालैंड-खापलांग (एनएससीएन-के) का हाथ होने का शक है। उधर, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने 2 मई को असम के निचले हिस्से में उग्रवादी समूहों के खिलाफ जारी ऑपरेशंस और ताजा सिक्युरिटी की समीक्षा की। रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता के मुताबिक, पर्रिकर ने असम के अपने 2 दिनों की यात्रा के दूसरे दिन रंगिया के पास रेड हॉर्न डिविजन का दौरा किया। इस दौरान उन्हें निचले असम में आतंकवाद या अलगाववाद विरोधी अभियान के बारे में बताया गया। उन्हें एनडीएफबी उग्रवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के बारे में भी बताया गया जो आदिवासियों के खिलाफ इस संगठन के दिसंबर 2014 में की गई हिंसा के बाद शुरू किया गया था। उन्होंने बीटीएडी में बीटीसी चुनाव के हिंसा मुक्त संपन्न कराने और इलाके में सामान्य स्थिति बहाल करने में सेना के प्रयासों की भी सराहना की। इस दौरे पर रक्षा मंत्री के साथ गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू और सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह के साथ कई अन्य अधिकारी आए थे।
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