नई दिल्ली। दिल्लीवालों के लिए बुरी खबर है। लगता है इनके लिए अच्छे दिन अभी दिन दूर हैं। डीईआरसी ने दिल्लीवालों को बिजली का झटका दिया है। देश की राजधानी दिल्ली में बिजली के दाम बढ़ गए हैं। तीनों बिजली कंपनियों ने दाम 8.32 फीसदी तक बढ़ा दिए हैं। बढ़ी हुई कीमतें आज से ही लागू हो गई हैं। दिल्ली वालों को अब 200 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करने के लिए 4 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिल देना होगा। पहले 200 यूनिट के लिए 3 रुपये 90 पैसे देने पड़ते थे। 201 यूनिट से 400 यूनिट तक इस्तेमाल करने वालों को अब प्रति यूनिट 5 रुपये 95 पैसे देने होंगे। पहले इतना इस्तेमाल करने पर 5 रुपये 80 पैसे देने होते थे।
401 यूनिट से लेकर 800 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करने वालों को 6 रुपये 80 पैसे की जगह अब 7 रुपये 30 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से देना होगा। 801 यूनिट से 1200 यूनिट तक इस्तेमाल करने वालों को अब 7 रुपये प्रति यूनिट की जगह 8 रुपये 10 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से देना होगा। 801 से 1200 यूनिट इस्तेमाल करने वालों को सबसे ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे। इसके अलावा एक नया स्लैब बनाया गया है। 1200 यूनिट के ऊपर बिजली इस्तेमाल करने वालों को 8 रुपये 75 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से पैसे चुकाने होंगे। गौरतलब है कि दिल्ली में बिजली सप्लाई करने वाली कंपनियां काफी वक्त से दाम बढ़ाने के पक्ष में थीं। लेकिन चुनाव के चलते दाम नहीं बढ़ाए गए थे। दूसरी तरफ एनडीएमसी ने अपने इलाके में बिजली के दाम 200 यूनिट से 400 यूनिट तक 25 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से बढ़ा दिए हैं।
वहीं बिजली के दाम बढ़ाए जाने की कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने आलोचना की है। कांग्रेस नेता अरविंद सिंह लवली ने कहा कि ये बहुत तकलीफदेह है। कांग्रेस के समय दी गई सब्सिडी को भी हटा दिया गया। आम आदमी पार्टी दिल्ली को बीच में छोड़ कर चली गई। वहीं बीजेपी ने वादा किया था कि 30 पर्सेंट दाम कम करेंगे। लेकिन ये सब जानते हैं कि बीजेपी हमेशा से सब्सिडी के खिलाफ है। इनको तुरंत प्रभाव से अपना वादा पूरा करना चाहिए। 30 पर्सेंट दाम कम करने चाहिए। ये सरकार अपने हर वादे से मुकर गई है। देश को बड़ा केजरीवाल मिल गया है। उधर, बीजेपी नेता जगदीश मुखी ने कहा कि ये जो दाम बढ़ाए हैं उसके बजाए कंपनियों के मैनेजमेंट में सुधार करके इसे सीमित कर सकते थे। जनता पर दबाव डालने से बचना चाहिए था। हम इसकी आलोचना करते हैं।
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।