नई दिल्ली। तेलंगाना आज से देश का 29वां राज्य बन गया है। रात के 12 बजे तेलंगाना को कानूनन अलग राज्य के तौर पर मान्यता मिल गई। पूरी रात हैदराबाद समेत तेलंगाना के अलग-अलग शहरों में जश्न मनाया गया। टीआरएस नेता के चंद्रशेखर राव आज राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। जैसे ही घड़ी में रात के बारह बजे देश के 29वें राज्य के तौर पर जन्म हुआ तेलंगाना का और इस ऐतिहासिक लम्हे के साथ ही हैदराबाद और समेत तेलंगाना के दूसरे शहरों में जश्न शुरू हो गया। पूरी रात हजारों की तादाद में तेलंगाना समर्थक हैदराबाद की सड़कों पर जश्न मनाते रहे। तेलंगाना की पहली सरकार बनाने जा रही टीआरएस यानी तेलंगाना राष्ट्र समिति के कार्यकर्ताओं ने मिठाइयां और बिरयानी खिलाकर नए राज्य के गठन की बधाइयां दीं।
हैदराबाद के सभी मुख्य जगहों और सड़कों पर जमकर आतिशबाजी की गई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तेलंगाना के लोगों को शुभकामनाएं दी हैं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी देर रात हैदराबाद में रैली निकाली और राज्य के बंटवारे का श्रेय यूपीए सरकार और सोनिया गांधी को दिया। तेलंगाना के गठन के साथ ही आंध्र प्रदेश कानूनी तौर पर दो हिस्सों में बंट गया। तेलंगाना राज्य में हैदराबाद समेत 10 जिले होंगे। जबकि आंध्र प्रदेश में 13 जिले होंगे। दोनों राज्यों की राजधानी अगले 10 साल तक हैदराबाद ही रहेगी। तेलंगाना राज्य के गठन के साथ नई सरकार के गठन का भी रास्ता साफ हो गया है। आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन तेलंगाना के पहले राज्यपाल बन गए। वहीं चंद्रशेखर राव ने सूबे के पहले मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। 119 सदस्यों वाली तेलंगाना विधानसभा में राव की पार्टी टीआरएस को बहुमत है। गौरतलब है कि संसद में इसी साल फरवरी में आंध्र प्रदेश पुनर्गठन विधेयक पारित हुआ था, जिसके बाद अलग तेलंगाना के गठन का रास्ता साफ हुआ था। इस बंटवारे का जमकर विरोध भी हुआ। लेकिन आखिर में तेलंगाना देश का 29वां राज्य बनने में सफल रहा।
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