नई दिल्ली। नवनिर्वाचित 16वीं लोकसभा की आज शुरू हुई पहली बैठक का नजारा पिछली लोकसभा से एकदम बदला था। 15वीं लोकसभा में विपक्ष में बैठने वाली भाजपा पूर्ण बहुमत हासिल करके राजग के अपने सहयोगी दलों के सदस्यों के साथ सत्ता पक्ष की सीटों पर विराजमान थी। वहीं अब तक की सबसे कम 44 सीटों पर सिमटी कांग्रेस के सदस्य विपक्षी बेंच पर बैठे थे। सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ मिनट पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन में आये और सत्ता पक्ष के सदस्यों ने खड़े होकर उनका स्वागत किया। मोदी विपक्षी बेंच की ओर गए और वहां सपा नेता मुलायम सिंह यादव, बीजद के अर्जुन चरण सेठी और तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय सहित विभिन्न नेताओं से हाथ मिलाकर अभिवादन किया। इतने में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सदन में प्रवेश किया। मोदी को सामने देख वह तेजी से उनकी तरफ बढ़ीं। दोनों नेताओं ने हाथ जोड़कर एक दूसरे का अभिवादन किया।
सत्ता पक्ष की पहली पंक्ति में मोदी स्वाभाविक रूप से प्रधानमंत्री के लिए नियत सीट पर बैठे और उनके साथ राजग के कार्यकारी अध्यक्ष लालकृष्ण आाडवाणी बैठे। सत्ता पक्ष की अग्रिम पंक्ति में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी बैठे थे। दूसरी ओर विपक्षी बेंच पर अगली पंक्ति में सदन में कांग्रेस के नेता चुने गये मल्लिकार्जुन खडगे और सोनिया गांधी बैठी नजर आयीं। सोनिया ने खडगे को नेता प्रतिपक्ष की सीट पर जाने का संकेत किया, जिसके बाद खडगे वहीं जाकर बैठे। विपक्ष की ओर पहली पंक्ति में सोनिया के बाद वीरप्पा मोइली और केएच मुनियप्पा बैठे थे। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी विपक्षी बेंचों पर नौवीं पंक्ति में बैठे थे। इस बार सभी दलों के नेताओं की सीटें बदली हुईं थीं लेकिन सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव एकमात्र ऐसे नेता थे, जो उसी सीट पर बैठे, जिसपर वह 15वीं लोकसभा के समय बैठा करते थे। वहीं बीजद के सदस्य भी लगभग उन्हीं स्थानों पर बैठे दिखे, जिन पर वे पिछली लोकसभा में बैठा करते थे। पिछली लोकसभा में काफी सक्रिय रहने वाले कई सदस्य इस बार सदन में नजर नहीं आये। भाकपा के गुरूदास दासगुप्ता चुनाव नहीं लड़े। माकपा के बासुदेव आचार्य तृणमूल की मुनमुन सेन से चुनाव हार गये। जदयू के शरद यादव और भाजपा के निष्कासित नेता जसवंत सिंह भी चुनाव हार गये। (एजेंसी)
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