लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी ने विकास और धर्मनिरपेक्षता की राजनीति की है और वह आगे भी इसके लिए प्रतिबद्ध है। समाजवादी पार्टी का निश्चित मत है कि लोकसभा चुनावो में भाजपा की जीत नहीं हुई है यह कांग्रेस से ऊबी जनता का समस्याओं के समाधान के लिए जनादेश है। भाजपा को जनता का नया रूझान समझकर केन्द्र में जनहित की नीतियों को अमल में लाने और राष्ट्र के मान सम्मान की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव परिणामों में समाजवादी पार्टी की स्थिति कांग्रेस और बसपा जैसे दलों के मुकाबले बेहतर रही है। कांग्रेस को 2009 में 17.25 प्रतिशत मत मिले थे जबकि 2014 में 07.50 प्रतिशत और बसपा को 2009 में 27.42 तथा 2014 में 19.60 प्रतिशत मत मिले है। समाजवादी पार्टी को लोकसभा चुनाव 2014 में 22.26 प्रतिशत मत मिले हैं जबकि 2009 में उसका प्रतिशत 23.26 था। स्पष्ट है कि समाजवादी पार्टी के प्रति समाज के हर वर्ग में विश्वास की भावना है। इसके साथ ही समाजवादी सरकार की उपलब्धियों से जनता लाभान्वित हुई हैं।
यह बिडंबना है कि चुनाव परिणाम आने के साथ ही बसपा अध्यक्षा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने अनर्गल बयानबाजी प्रारम्भ कर दी है। दलित समाज को गुमराह करने और मुस्लिमों को अपमानित करने का बसपा अध्यक्षा का अभियान जारी है। बसपा भाजपा का साथ बराबर निभाती रही है। प्रदेश में भाजपा की जीत में उसका भी योगदान है। बसपा की इस दुरंगी चाल को देखकर ही उसका साथ दलित भी छोड़ने लगे है। अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट में भी बसपा का एक भी प्रत्याशी नहीं जीता। चुनाव में उसका खाता भी नहीं खुल सका है।
चुनाव में बड़ी जीत के साथ विनम्रता ही शोभा देती है लेकिन प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष तो बौखला गए है। उन्हें जीत का नशा हो गया है। वर्ना वे प्रदेश की बहुमत से बनी समाजवादी सरकार की उल्टी गिनती शुरू होने जैसी अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक बात कहने की जुर्रत नहीं करते। अभी कल तक चौथे-पांचवे नम्बर पर टिके रहनेवाले नेता को 2017 के पहले ही चुनाव का ख्वाब आने लगा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को ऐसा बयान देने से पहले संविधान की किताब पढ़ लेनी चाहिए। अभी केन्द्र में भाजपा की सरकार विधिवत बनी नहीं और वे संविधान की भावना के प्रतिकूल संघीय ढांचे को तोड़ने की बात करने लगे है। समाजवादी पार्टी संविधान सम्मत भावना के अनुकूल केन्द्र राज्य के बीच संतुलन संबंधों की हिमायती है ताकि समग्र विकास के रास्ते में कहीं रोड़ा न अटके। समाजवादी पार्टी सरकार न तो सांप्रदायिकता फैलाने देगी और नहीं गरीबों, पिछड़ों, किसानों और मुसलमानो को अपमानित होते देखगी। समाजवादी विचारधारा के बल पर ही नए समाज की स्वस्थ संरचना हो सकती है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव का धर्मनिरपेक्षता एवं गांवो, किसानों, गरीबों, नौजवानों के हितो के लिए लम्बे संघर्ष का इतिहास है और यह समाजवादी आंदोलन की ताकत है।
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