लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री को अब अपनी प्रायोजित ‘लहर’ पर ‘समाजवादी कहर’ का अंदाजा हो गया है। उनके गुजरात माडल पर यूपी माडल भारी पड़ रहा है और उनके विकास के झूठे किस्सों का सच लोगों की समझ में आने लगा है। मोदी को यह भी एहसास हो चला है कि दिल्ली की गद्दी तक पहुंचने की उनकी सारी कोशिशें उप्र में परवान नहीं चढ़ पाएगी और उनकी महत्वाकांक्षा उप्र में ही दम तोड़ देगी। इसीलिए वे अब समाजवादी पार्टी पर ज्यादा हमलावर दिखने की कोशिश में हैं।
विकास की बातें करते करते सांप्रदायिकता पर उतर आए नरेन्द्र मोदी यह भूल गए हैं कि उप्र गंगा-जमुनी संस्कृति और आपसी मेल-मिलाप की धरती है। यहां सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने की कोशिशें कभी सफल नहीं हो सकती। उप्र में मुलायम सिंह यादव का नेतृत्व है जो आस्था पर नहीं संविधान से देश चलाने का हामी है। अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक उप्र में एक-दूसरे के अधिकारों का सम्मान करते हुऐ रिश्ता निभाते हैं। भाजपा इन रिश्तों को तेाड़ने का काम करती है। मोदी समाजवादी पार्टी पर इसलिए हमलावर हो रहे हैं क्योंकि अब लोकसभा 2014 का चुनाव भाजपा बनाम समाजवादी पार्टी के साथ फिरकापरस्ती और सेक्यूलरिज्म के बीच हो रहा है। समाजवादी पार्टी ने हमेशा फिरकापरस्त ताकतों को शिकस्त दी है और भाजपा-एनडीए को पिछले दस सालों तक दिल्ली जाने से रोका है। आज भी उसमें भाजपा को रोकने की पूरी क्षमता है।
गुजरात के मुख्यमंत्री को रैलियों के मुकाबले में समाजवादी पार्टी से हार माननी पड़ी तो वह गुजरात में विकास के झूठे दावे पेश करने लगे। जब गुजरात के मुकाबले उप्र के विकास के आंकड़े रखे गये तो फिर मोदी ऊलजुलूल बयानबाजी पर उतर आए। कभी शोर, सांड की बात करने लगे तो कभी 54 इंच के सीने की नाप की कहानी गढ़ने लगे। सच तो यह है कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी सरकार ने 2 साल में ही जनहित में किसानों, मुसलमानों, नौजवानों, व्यापारियों, शिक्षकों, वकीलों, राज्य कर्मचारियों आदि के संबंध में जो फैसले लागू किए है मोदी की सरकार पिछले 10 सालों में भी नहीं ले पाई है। अब पूरी दुनिया जान गई है कि मोदी झूठों के बादशाह हैं और हिटलर के प्रचार मंत्री गोयबल्स के नए अवतार है। उनका विकास दिखावटी और पूंजी घरानों को संरक्षण देने वाला है। उन्हें काशी की पवित्रता को भंग करने का मौका वहां की जनता नहीं देगी। उनकी जमानत जब्त होगी और बैरंग अहमदाबाद जाना होगा।
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