देहरादून (राजू पुशोला)। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस उपाध्यसक्ष राहुल गांधी ने 23 फरवरी को देहरादून में रैली की। इस दौरान राहुल ने बीजेपी पर खून की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंेने कहा कि विपक्षी पार्टी सत्ता में आने के लिए एक धर्म को दूसरे धर्म के खिलाफ और एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ भड़काती हैं। कांग्रेस की ओर से चुनावी कमान संभाल रहे राहुल ने परेड ग्राउंड में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्ष ने संसद में तीन विधेयकों को पारित करने के रास्ते में रुकावटें पैदा कीं। यूपीए सरकार भ्रष्टाचार निरोधक अध्यादेश लाने के प्रयास कर रही है। उन्होंवने आगे कहा कि विपक्षी दल को सत्ता के अलावा कुछ भी दिखाई नहीं देता। उसे तो बस किसी भी कीमत पर सत्ता चाहिए। वे समुदायों और जातियों को एक दूसरे के खिलाफ भड़काते हैं। अगर उन्हें जरूरी लगता है तो वे सत्ता हासिल करने के लिए खून बहाने में भी संकोच नहीं करते। राहुल ने कहा कि दूसरी तरफ उनकी पार्टी कांग्रेस लोगों के दुख-दर्द को दूर करने में भरोसा करती है। उन्होंतने कहा कि संभव है कि कई वह अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरी लेकिन इसी पार्टी का दूरदर्शी दृष्टिकोण देश को विकास के रास्ते पर चला सकता है।
बीजेपी के पीएम पद के उम्मी दवार नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार की बात करते हैं जबकि उन्होंने अपने राज्य में लोकायुक्त का गठन ही नहीं किया था और न्यायिक आदेश के बाद ही ऐसा किया। राहुल ने कांग्रेस मुक्त भारत के नारे पर मोदी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कांग्रेस धर्मनिरपेक्ष भारत के विचार का प्रतिनिधित्व करती है। राहुल ने कहा कि हम विचारों के बारे में बात कर रहे हैं। उनके नेता कहते हैं कि कांग्रेस को मिटा दो। उन्हें गीता पढ़नी चाहिए। वे नहीं पढ़ते। गीता यह कहती है कि विनम्रता के साथ दूसरों के लिए काम करें। बुद्ध को भुलाया नहीं जा सकता। अशोक और अकबर को भी भूला नहीं जा सकता। कांग्रेस को मिटाया नहीं जा सकता। हम लड़ेंगे। हम जीतेंगे. हम सरकार बनाएंगे। भ्रष्टााचार के मुद्दे पर बोलते हुए राहुल ने कहा कि बीजेपी को कर्नाटक में येदियुरप्पा दिखाई नहीं देते। बीजेपी को गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार नहीं दिखाई देता। वे विकलांगों, महिलाओं और युवाओं की बात नहीं करते। वे बस इतना कहते हैं कि हमारे नेता को प्रधानमंत्री बनाओ।
राहुल ने कहा कि गुजरात का विकास वहां की महिलाओं, छोटे कारोबारियों, अनुसूचित जनजातियों और युवाओं के प्रयासों से हुआ है। कांग्रेस समाज के इन तबकों को सशक्त करने में भरोसा रखती है जबकि बीजेपी लोगों को तोड़ने में भरोसा करती है। बीजेपी पर संसद में भ्रष्टाचार निरोधक विधेयकों को पारित करने में असहयोग का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि छह भ्रष्टाचार निरोधक विधेयक हैं। मैंने उनके बारे में मीडिया में बात की है। हमारे नेताओं ने उनके (बीजेपी) नेताओं से बात की। वे चुप्पी साधे रहे। सरकार हमारी है। हम इन विधेयकों को अध्यादेशों के रूप में लाने का प्रयास कर रहे हैं।
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