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कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एमके नारायणन ने 4 फरवरी, 2014 की शाम 38वें अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले में लोकप्रिय हिन्दी दैनिक सन्मार्ग के स्टॉल पर संपादक हरिराम पांडेय द्वारा लिखित सन्मार्ग के संपादकीय लेखों के संकलन 'कही-अनकही' का लोकार्पण किया। इसमें 2013 में प्रकाशित संपादकीय लेख हैं। अपनी बेबाक, तटस्थ, पारदर्शी तथा संवेदनशील लेखन के लिए हरिराम पांडेय पत्रकारिता की दुनिया में अलग से पहचाने जाते हैं। बांग्ला लेखिका महाश्वेता देवी, प्रख्यात हिन्दी आलोचक डॉ. नामवर सिंह, डॉ. जगदीश्वर चतुर्वेदी, कवि केदारनाथ सिंह सहित विभिन्न साहित्यकार भी उनके सम्पादकीय के मुरीद रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, ‘कही-अनकही’ के अवलोकन के बाद राज्यपाल एमके नारायणन ने भी हरिराम पांडेय की लेखन शैली की तारीफ की। हरिराम पांडेय के इस पुस्तक के विमोचन के उपरांत देश-दुनिया में फैले उनके मित्रों और शुभेच्छुओं द्वारा लगातार शुभकामनाएं संदेश प्रेषित की जा रही है। इसी क्रम में वैश्विक मामलों के जानकार तथा राजस्थान पत्रिका, अजमेर के उप समाचार संपादक राजीव रंजन तिवारी ने भी सन्मार्ग के संपादक हरिराम पांडेय को शुभकामना दी है। श्री तिवारी ने कहा कि श्री पांडेय इसी तरह अपनी लेखनी से समाज में फैली अज्ञानता रूपी अंधियारे को रोशनी दिखाने का काम करते रहेंगे।
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