बीकानेर। तेरापंथ धर्मसंघ के 150वें मर्यादा महोत्सव में केन्द्रीय वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने आचार्य तुलसी की स्मृति में पांच व 20 रुपए के सिक्के जारी किए। मंगलवार को बीकानेर पहुंचे वित्त मंत्री चिदंबरम ने धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण की मौजूदगी में सिक्के जारी करने के बाद कहा कि जैन धर्म 3020 बीसी पूर्व से सतत प्रगति कर रहा है। मानवता, धार्मिकता और सिद्धांतों के आधार पर धर्म संघ समाज को सही राह दिखा रहा है। राष्ट्रपति महात्मा गांधी पर भी इन बातों का बहुत गहरा असर हुआ था जिसे आत्मसात कर वे भी अहिंसा के रास्ते पर आगे बढ़े थे। चिदंबरम ने कहा कि धर्मसंघ का प्रभाव अब दक्षिण में देखा जा रहा है। चिंतामणि पुस्तक का हवाला देते हुए कहा कि अहिंसा का उल्लेख हर धर्मग्रंथ में है। उन्होंने आचार्य तुलसी के अणुव्रत आंदोलन को महत्त्वपूर्ण बताते हुए महाश्रमण उस विचार को आगे बढ़ा रहे हैं जिसके लिए वे उनको बधाई देते हैं। इस मौके पर देश-विदेश से पहुंचे हजारों जैन अनुयायी मौजूद थे। पांच व बीस रुपए के सिक्कों को खरीदने के लिए होड़ लग गई। आयोजकों ने बताया कि सिक्कों की खरीद के लिए पहले बुकिंग करानी होगी। इस मौके पर वित्त विभाग के संयुक्त सचिव अरुण सोबती भी मौजूद थे। चिदंबरम ने हीरालाल मालू, कमल दुग्गड़, हंसराज डागा व महावीर रांका को पांच व बीस रुपए का एक-एक सिक्का भेंट किया। तेरापंथ भवन में सांसद अर्जुनराम मेघवाल ने वित्त मंत्री का स्वागत किया। उधर, पुष्करवाणी ग्रूप ने बताया कि सरकार ने बीस रुपए का सिक्का जारी किया है उसमें आचार्य तुलसी की जन्म तिथि अंकित होगी। सिक्के को जारी कराने में प्रयास करने वाले सुधीर लूणावत ने बताया कि आचार्य तुलसी की जन्म तिथि बीस जून 1914 है। अमूमन 50वीं या 100वीं जयंती पर सिक्का जारी होता है मगर केन्द्र सरकार ने 20 जून को जन्म तिथि के मद्देनजर रखते हुए 20 का सिक्का जारी किया है।
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।