ऋषिकेश (राम महेश मिश्र)। परमार्थ निकेतन के संस्थापक स्वामी शुकदेवानन्द सरस्वती की अड़तालीसवें पुण्यतिथि महोत्सव के कार्यक्रमों का विधिवत समापन हो गया। आश्रम परिसर में बाईस जुलाई से पुण्यतिथि के आयोजन चल रहे थे। इस दौरान श्रीरामचरितमानस का अखण्ड पाठ किया जाता रहा। एक सप्ताह तक अखण्ड रामायण पाठ के समापन के बाद श्री स्वामी शुकदेवानन्द ट्रस्ट के मुख्य न्यासी महामण्डलेश्वर श्री स्वामी असंगानन्द सरस्वती ने समाधि मन्दिर में संस्थापक स्वामी जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पूजन किया। इस दौरान कई सन्तों के अलावा परमार्थ निकेतन परिवार के सभी सदस्य तथा श्री दैवी सम्पद् अध्यात्म संस्कृत महाविद्यालय के ऋषि कुमार मौजूद थे। पूजन का कार्यक्रम परमार्थ गुरुकुल के आचार्य प्रेम चन्द्र नवानी ने कराया। आश्रम प्रबन्धक राम अनन्त तिवारी ने बताया कि स्वामी शुकदेवानन्द सरस्वती की स्मृति में आज ‘त्रिदेव वृक्ष‘ का रोपण परमार्थ परिसर में किया गया। उन्होंने बताया कि परमार्थ संस्थापक जी की पुण्य तिथि पर विगत अड़तालीस वर्षों से प्रतिवर्ष एक पौधे का रोपण किया जाता है और उनकी देखरेख की जाती है।
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