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हिन्दु-मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल बना महबूब

बागपत (महबूब अली)। अग्रवाल मंडी टटीरी निवासी महबूब हर वर्ष गंगोत्री, गौमुख व हरिद्वार जाकर कांवड़ियों व श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन करता है। इसके अलावा हिन्दु मुस्लिम-एकता कायम करने के लिए हरिद्वार से कांवड़ भी ला चुका है। देश में साम्प्रदायिक सौंहार्द कायम करने वालों की कमी नहीं है। एक है टटीरी के महबूब अली। महबूब की खास बात है कि मुस्लिम होने के बावजूद वह हर वर्ष कांवडियों व अन्य श्रद्धालुओं की सेवा में गंगौत्री,गौमुख व हरिद्वार भंडारा आयोजित कराता है, जो तीन से चार दिन तक चलता है। यही नहीं कांवड़ियों की सेवा में मरहम पट्टी से लेकर दवाई तक उपलब्ध कराता है। इस बार भी महबूब गंगोत्री व गौमुख के लिए रवाना हो गया है। जहां पर भंडारा लगाएगा। पिछले दस साल से महबूब यह भंडारा चलाता आ रहा है। हैरत की बात है कि तीन साल पूर्व ही हिन्दु मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल कायम करने के लिए महबूब हरिद्वार से पुरा तक कांवड़ लेकर भी आया था। महबूब की हिन्दु मुस्लिम एकता की भावना को देखकर दुर्गा विकास समिति व डीएवी इंटर कालेज में उसे सम्मानित भी किया जा चुका है। महबूब की पारिवारिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। वह दरांती, रस्सा व लोहे का सामान बेचकर परिवार का गुजारा करता है। महबूब का कहना है कि वह हिन्दु मुस्लिमों के बीच पनपने वाले भेदभाव को खत्म करना चाहता है। भंडारे में उसके परिवार के लोग भी उसका पूरा साथ देते है। बेटा नफीस भी हर वर्ष भंडारा आयोजि के लिए के लिए लिए खर्चा देता है।
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