बहसूमा (मेरठ), (मोबिन सलमानी)। ग्राहकों की सुविधा के लिए सभी बैकों ने एटीएम सुविधा शुरू कर दी है लेकिन बहसूमा क्षेत्र के गांवों के ग्राहकों को यह सुविधा नसीब नहीं हो पा रही है। कस्बे के एक मात्र सिडि़केट बैक शाखा ने दो वर्ष पूर्व एटीएम लगाने की बात कहते हुए अबतक लगभग एक हजार ग्राहकों को एटीएम कार्ड जारी किये हैं। कस्बे में एटीएम न होने से कार्ड धारकों को 12 किमी दूर मवाना स्थित एटीएम से पैसा निकालना पड़ता है या फिर बैक में घण्टो लाइन में लगना पड़ता है। इस तरह कार्ड धारको के एटीएम कार्ड उपयोग नही हो पा रहे हैं।
गौरतलब है कि बहसूमा कस्बे में दो बैकों की शाखाएं है। जिनमें एक राष्ट्रीयकृत बैक ‘‘सिंडि़केट‘‘ तथा दूसरा जिला स्तर के ‘‘कोआपरेटिव बैक‘‘ की शाखा है। कस्बे में स्थित सिंडि़केट बैक शाखा में पहले से ही कर्मचारियो की कमी के चलते रोजाना शाखा में ग्राहकों की लम्बी लाईन लगी रहती है। कस्बे में कोई एटीएम न होने से कस्बे व क्षेत्र के बैक उपभोक्ताओ को जरूरत पडने पर पैसा निकालने के लिए शाखा में घण्टों लाइन में लग कर इंतजार करना पड़ता है। बैक उपभोक्ता सुनील अहलावत, अंकुर गोयल, विपिन चाहल, राजू गौड़, संदीप, प्रशांत आदि का कहना है कि सिंडि़केट बैक ने उन्हें दो वर्ष पूर्व एटीएम कार्ड तो जारी कर दिए लेकिन कस्बे में एटीएम मशीन के न होने के कारण ये कार्ड किसी भी काम के नही है। उपभोक्ताओ का कहना है कि इमरजेंसी पड़ने पर उन्हें पैसा निकालने के लिए घण्टों लाइन में लगकर इंतजार करना पडता है या फिर 12 किलोमीटर चलकर मवाना में स्थित एटीएम से पैसा निकालना पड़ता है। इस संबन्ध में शाखा प्रबन्धक राजन प्रसाद का कहना है कि बैक ने ग्राहकों को अभी तक लगभग एक हजार एटीएम कार्ड जारी किये है। एटीएम मशीन लगवाने के लिए विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। अगले वित्तवर्ष तक कस्बे में मशीन लगने की संभावना है।
इस संबन्ध में सिंडिकेट बैक के आरएम एमपी नागपाल ने बताया कि विभाग केवल उन्ही शाखाओं के लिए एटीएम मशीन उपलब्ध कराता है जिनमें कार्ड धारको की संख्या लगभग तीन हजार हो। बहसूमा शाखा की समस्या को देखते विभाग को एटीएम मशीन का प्रस्ताव भेजा जायेगा। जल्द ही कस्बे में एटीएम मशीन लगवायी जायेगी। शाखा में चल रही कर्मचारियो की कमी के विषय में बताते हुए उन्होंने बताया कि विभाग ने रिक्त पदो को भरने के लिए भर्तीया चालू की है जल्द ही शाखा में चल रही कर्मचारियो की कमी को पूर कर दिया जायेगा।
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