नई दिल्ली। रेलवे घूसकांड में रेल मंत्री पवन कुमार बंसल की छुट्टी तय मानी जा रही है। साथ ही कानून मंत्री अश्विनी कुमार का मंत्रालय बदला जा सकता है। खबरिया चैनलों से आ रही खबरों के मुताबिक संप्रग सरकार की चौथी वर्षगांठ से पहले 22 मई को मनमोहन कैबिनेट में फेरबदल होगा। इस फेरबदल में माना जा रहा है कि इस दौरान कानून मंत्री का मंत्रालय बदला जा सकता है। वहीं बंसल को रेल मंत्री पद से हटाया जा सकता है। बताया यह भी जा रहा है कि मनीष तिवारी को कानून मंत्री बनाया जा सकता है, जो फिलहाल सूचना एवं प्रसारण मंत्री हैं। रेल मंत्री पवन बंसल का गुरुवार शाम कैबिनेट की बैठक में नहीं जाना और कानून मंत्री का बैठक में मौजूद रहना इस बात का साफ संकेत है। कानून मंत्री पर सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट में बदलाव का आरोप है वहीं रेल मंत्री बंसल भांजे विजय सिंगला की करतूत के कारण फंसे हुए हैं। गुरुवार को रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। इस दौरान सोनिया के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल भी मौजूद थे। कांग्रेस चाहती है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अश्विनी कुमार पर जल्द से जल्द फैसला करें। सूत्रों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी के बाद प्रधानमंत्री ने कानून मंत्री पर कार्रवाई का मन बना लिया है। प्रधानमंत्री अश्विनी कुमार का विभाग बदलने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि फैसला लेने से पहले वह तथ्यों पर गौर कर रहे हैं। अटॉर्नी जनरल ने गुरुवार को मनमोहन सिंह से मुलाकात की। इसके बाद कानून मंत्री के पीएम से मिलने की खबर आई। हालांकि अश्विनी कुमार ने पीएम से मिलने की खबर से इनकार कर दिया। इस सबके बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर ताजा राजनीतिक हालात पर चर्चा की। (साभार)
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