रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में कांग्रेसी नेताओं पर नक्सलियों का सबसे बड़ा हमला थ्री जी की साजिश थी। थ्री जी यानी गणपति, गुडसा और गगन्ना। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दंडकारण्य जोन का कमांडर रामचंद्र रेड्डी उर्फ गुडसा ने ही हमले का प्लान तैयार किया था। गुडसा के कहने पर नक्सलियों के जोनल कमांडर पंकज उर्फ गगन्ना ने अपनी टीम के साथ हमले को अंजाम दिया। ये दोनों आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं। नक्सलियों की जिस टीम ने नेताओं को निशाना बनाया उनकी उम्र बीस से पच्चीस साल के बीच थी और इनमें आधे से ज्यादा महिलाएं थीं। खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि सुकमा में कांग्रेसी नेताओं पर हमले के वक्त नक्सलियों का प्रमुख गणपति भी छत्तीसगढ़ में मौजूद था। गणपति की जानकारी देने पर सरकार ने 51 लाख रुपये का ईनाम रखा गया है। ये भी पता चला है कि गणपति ने दो दिन पहले हमले को अंजाम देनेवाले नक्सली नेताओं से मुलाकात की थी।
उधर, माओवादी संगठन गुडसा उसेंडी (दंडकारण्य SZC) ने सुकमा में कांग्रेसी नेताओं पर हमले की जिम्मेदारी ले ली है। संगठन की ओर से इस संबंध में एक प्रेस नोट जारी किया गया है। प्रेस नोट में नक्सलियों ने कहा कि हमारे निशाने पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां हैं। नक्सलियों ने इस हमले को सलवा जुडूम में आदिवासियों का खून बहाने का बदला बताया है। उधर, छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले पर मंगलवार को कैबिनेट सचिव की बैठक होने जा रही है। इसमें सभी संबंधित विभागों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। वहीं, इस नक्सली हमले पर राज्य सरकार आज रिपोर्ट पेश करेगी। (साभार)
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