अहमदाबाद। भाजपा के 33 वें स्थापना दिवस पर अहमदाबाद में भाजपा की रैली में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी व कांग्रेस पर हमला बोला। कहा कि भाजपा और कांग्रेस की सोच में अंतर है।
मोदी ने कहा कि भाजपा को सत्ता का मोह नहीं है, भाजपा लोगों के कल्याण के लिए बनी है जबकि कांग्रेस सत्ता के लिए कुछ भी कर सकती है। कांग्रेस कभी सुधर नहीं सकती। मोदी ने कहा कि जितना कीचड़ उछालोगे कमल उतना खिलेगा। भाजपा की कामयाबी के पीछे में पार्टी कार्यकर्ताओं का बहुत बडा योगदान है। राहुल गांधी पर सीधा हमला करते हुए मोदी ने कहा कि मुझे राहुल गांधी के भाषण से धक्का लगा। उन्होंने कहा कि राहुल ने देश को मधुमक्खियों का छत्ता कहा लेकिन हम देश को मां कहते हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए देश मधुमक्खी का छत्ता हो सकता है, हमारे लिए तो यह मां है। 100 करोड़ से ज्यादा देशवासी हमारे लिए भाई-बहन हैं। दिल्ली में बैठे नेताओं पर दया आती है।
इस मौके पर भाजपाध्यक्ष राजनाथ सिंह ने राहुल के बयान पर कटाक्ष किया व कहा कि घोडे पर बैठकर कोई नहीं आएगा। भाजपा की तरफ से कोई गांव और किसानों के बीच से पसीना बहाता हुआ व्यक्ति ही आएगा। मोदी के लिए तारीफों के पुल बांधते हुए राजनाथ बोले कि मोदी भ्रष्टाचार मुक्त मुख्यमंत्री हैं। मोदी ने विकास का मॉडल दिया है, मोदी ने भारत का सिर ऊंचा किया है, मोदी ने करिश्माई काम किया है व आज नरेन्द्र मोदी देश के सबसे लोकप्रिय नेता हैं।
उधर, भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि नरेंद्र भाई यमराज हैं, लेकिन केवल उन लोगों के लिए जो देश के खिलाफ आतंकवाद, भ्रष्टाचार और षड्यंत्र में शामिल हैं। कांग्रेस ने मोदी को यमराज के रूप में सही ही देखा है, क्योंकि वह आगामी चुनाव में उनके लिए वैसे ही साबित होंगे। नकवी वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगों का उल्लेख करते हुए कहा कि जनसंहार ने यह दिखा दिया कि कांग्रेस सबसे बड़ा साम्प्रदायिक संगठन है। उनके 20 वर्ष के कार्यकाल में 40 बार स्थानांतरण किया जा चुका है। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बीच तलवार खींच गई है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने सीआईआई को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत मधुमक्खी का छत्ता है जिससे हमारी शक्ति और जटिलता दोनों प्रकट होती हैं। राहुल ने भी नरेंद्र मोदी का बिना नाम लिए निशाना साधा था कि इस देश को व्यक्तिवादी और अलगावादी राजनीति की जरूरत नहीं है। (साभार)
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