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बहरीन के प्रिंस को राहुल गांधी ने दी नेहरू की किताब डिस्कवरी ऑफ इंडिया

मनामा/नई दिल्ली। बहरीन दौरे पर गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज शहजादे शेख सलमान बिन हमद अल खलीफा से मुलाकात की. इसके बाद प्रिंस शेख खालिद बिन हमद अल खलीफा से अल वदी पैलेस में मुलाकात की. इस दौरान राहुल ने उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ समेत जेल में लिखी गई कई किताबें भेंट की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तर्ज पर राहुल गांधी भी कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद अपने पहले विदेश दौरे को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी भी राहुल के इस दौरे का जोर-शोर से प्रचार कर रही है. राहुल गांधी बहरीन में राजकीय अतिथि हैं. उन्होंने बहरीन के विदेश मंत्री शेख खालिद बिन अहमद अल खलीफा से भी मुलाकात की. राहुल यहां गांधी ग्लोबल ऑर्गनाइजेशन ऑफ पीपुल ऑफ इंडिया ओरिजिन (जीओपीआईओ) की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के विदाई सत्र में हिस्सा लेंगे. इस कार्यक्रम में 50 देशों के प्रतिनिधि शिरकत करेंगे. राहुल गांधी के कल भारतीय मूल के कारोबारियों से भी बातचीत करने का कार्यक्रम है. अध्यक्ष पद संभालने के बाद से राहुल का यह पहला विदेशी दौरा है. राहुल सोमवार को यहां मनामा में 50 देशों से भारतीय मूल के बिजनेस लीडरों से मुलाकात और भारत की अर्थव्यवस्था व आर्थिक मंदी पर चर्चा करेंगे. राहुल का बहरीन दौरा सिर्फ खाड़ी देशों में रह रहे NRI से मुलाकात ही नहीं है, बल्कि इसके सियासी मायने भी हैं. राहुल ने जिस प्रकार अपनी अमेरिका दौरे के जरिए गुजरात की सियासी बिसात बिछाई थी. राहुल ने उसी तर्ज पर बहरीन पहुंचे हैं, जिसे कर्नाटक कनेक्शन के तौर पर देखा जा रहा है. अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी की यह पहली विदेश यात्रा है. राहुल गांधी के साथ प्रवासी कांग्रेस अध्यक्ष सैम पित्रोदा और पूर्व कांग्रेस सांसद मधु गौड़ भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. बहरीन में कांग्रेस अध्यक्ष के दौरे का पूरा इंतजाम देख रहे कांग्रेस नेता मधु गौड़ ने बताया कि ये ये अत्यंत गौरव का क्षण है क्योंकि राहुल जी GOPIO को संबोधित करेंगे. GOPIO भारतीय व्यापारियों के लिए एक ग्लोबल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है, जहां 50 देशों से NRI लोग और भारतीय बिजनेस दिग्गज मिलेंगे. इस कार्यक्रम में करीब 1200 प्रतिनिधि शामिल होंगे. इससे पहले राहुल ने अपनी यात्रा शुरू करने से पहले एक ट्वीट में कहा, 'अनिवासी भारतीय हमारी सौम्य ताकत के वास्तविक प्रतिनिधि और विश्व में हमारे देश के दूत होते हैं. बहरीन में अपने देशवासियों के साथ मुलाकात और उन्हें संबोधित करने को लेकर आशान्वित हूं.' मध्य पूर्व और खाड़ी के देशों में करीब 35 लाख भारतीय हैं, जो विशेष रूप से दक्षिण भारत से पहुंचे हैं. ऐसे में राहुल के इस दौरे का राजनीतिक महत्व भी है, जिसका असर कर्नाटक चुनाव पर पड़ सकता है.  
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण की खास बातें
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को बहरीन में अप्रवासी भारतीयों के बीच अपनी बात रखी. इस दौरान राहुल ने केंद्र सरकार की नीतियों पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मैं आपको यह बताने आया हूं कि भारत इस समय संकट में है और आप देश की मदद कर सकते हैं. मैं ऐसे भारत की कल्पना भी नहीं कर सकता, जहां देश का हर नागरिक खुद को देश का हिस्सा न समझे. भारत में रोजगार सृजन पिछले आठ सालों के निम्नतम स्तर पर है. देश में बैंक क्रेडिट ग्रोथ पिछले 63 सालों के निम्नतम स्तर पर है. नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है. सड़कों पर लोग गुस्से में दिखाई दे रहे हैं. विभाजनकारी ताकतें तय कर रही हैं कि लोगों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं. चारों ओर नफरत फैलाई जा रही है. दलितों को पीटा जा रहा है, पत्रकारों को धमकाया जा रहा है और जजों की रहस्यमयी हालतों में मौत हो रही है. कोई किसी को धमका रहा है तो सरकार इस पर चुप्पी साध लेती है, सरकार को चुप नहीं रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश में फिर से भाईचारा और अहिंसा फैलाने के लिए हमें आपकी मदद की जरूरत है. आपकी योग्यता, सहिष्णुता, देशभक्ति की आज देश को जरूरत है. आप जिन भी देशों में रहे आपने उन्हें बनाने में रोल निभाया है. साभार आजतक
 राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः 8922002003)
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