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गुजरात की रैली में राहुल गांधी का भाजपा पर नया हमला, कहा, मोदी का जीएसटी है ‘गब्बर सिंह टैक्स’

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गांधीनगर। गुजरात के ओबीसी नेता अल्पेश ठाकुर ने सोमवार को 'नवसर्जन जनादेश रैली' का आयोजन किया। तीन दिन के दौरे पर गुजरात पहुंचे राहुल गांधी ने रैली में हिस्सा लिया। राहुल गांधी की मौजूदगी में ही अल्पेश ठाकोर कांग्रेस में शामिल हुए। इस मौके पर ठाकोर ने कहा कि इस बार गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनेगी। रैली में आए जनसमूह को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात में आंदोलन हो रहे हैं। समाज के हर वर्ग में आंदोलन चल रहा है। बीजेपी की सरकार ने रोजगार नहीं दिया। गुजरात में जनता की सरकार नहीं चल रही, बल्कि 5 से 10 उद्योगपतियों की सरकार चल रही है। उन्होंने मोदी सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि आप पूरी दुनिया का पैसा रख दो, तब भी आप गुजरात की आवाज नहीं दबा सकते। उन्होंने आगे कहा, “पीएम मोदी ने युवाओं को परेशान किया है। गुजरात में 30 लाख युवा बेरोजगार हैं। युवाओं को गुजरात में रोजगार नहीं मिलता है, इसलिए मजबूरन उन्हें दूसरे राज्यों में रोजगार के लिए जाना पड़ता है।” राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार और उद्योगपतियों के बीच के गठजोड़ की तरफ इशारा करते हुए कहा, “माल्या जी ने 9000 हजार करोड़ रुपए लिए। लेकिन उनके साथ मोलभाव चल रहा है। मगर किसानों का कर्जा माफ नहीं किया जा रहा है। आपने नैनो प्लांट के लिए टाटा को पैसा लिया। किसानों की जमीन और पानी लिया। लेकिन आपसे पूछना चाहता हूं मोदी जी, टाटा को दिए 35 हजार करोड़ रुपए कहां गए, कितनी नैनो बनीं, सड़कों पर मुझे नैनो नहीं दिखाई देती।” उन्होंने अमित शाह के बेटे जय शाह की संपति से संबंधित हाल ही में उजागर हुए मामले पर टिप्पणी की, “एक कंपनी रॉकेट की तरह ऊपर गई। किसकी कंपनी, जय शाह की कंपनी। 2014 से पहले कुछ नहीं हुआ, 2014 के बाद 50,000 रुपए से 80 करोड़ रुपए हो गए। दो साल में 16000 गुना मुनाफा हुआ। लेकिन मोदी जी ने कुछ नहीं कहा। पूरा देश सुनना चाहता है कि मोदी जी जय शाह के बारे में क्या कहते हैं। पूरा गुजरात सुनना चाहता है, मोदी जी अमित शाह के बेटे के बारे में कम से कम एक लाइन तो कह दीजिए। ना खाऊंगा ना खाने दूंगा। लेकिन खुद ही खिलाना शुरू कर दिया।” उन्होंने हर बात का श्रेय लेने की पीएम मोदी की कोशिशों पर चुटकी ली, “जैसा कि मोदीजी कहते हैं कि हिंदुस्तान में जो कुछ भी होता है मोदी जी करते हैं। यहां रोजगार किसी को मिलता है तो मोदी जी कहते हैं मेरी वजह से हुआ। आसमान में रॉकेट जाता है तो मोदी जी कहते हैं मैंने किया। उन्होंने नोटबंदी से हुए नुकसान पर खुलकर बोला, “पता नहीं क्या हुआ 8 नवंबर को पिछले साल, मोदी जी टीवी पर आए। उन्होंने कहा कि भाईयो-बहनों, ये जो 500 और 1000 रुपए का नोट है, मैं आपका पीएम हूं ये मुझे अच्छा नहीं लगा। अब मैं इसे रात को 12बजे से रद्द करने वाला हूं। पूरे देश पर मोदी जी ने कुलहाड़ी मारी। पहले दो-तीन दिन मोदी जी को भी नहीं समझ आया कि क्या हुआ? मुंबई में कन्सर्ट हुआ तो बड़ी शान से बोले मैंने नोटबंदी कर दी। लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि गलती हो गई। फिर उन्होंने रोते हुए कहा, 30 नवंबर तक चीजें सामान्य नहीं हुई तो मुझे फांसी दे देना।क्या आप बीज खरीदते हो, वो मोबाइल फोन से खरीदते हो। चेक से लेते हो। मनरेगा में पैसा आता है। वो चेक में आता है या कैश में आता है। छोटा दुकानदार अगर पैसा लेता है आपसे क्या वो कैश लेता है या चेक लेता है। नोटबंदी के 2 मिनट बाद मैंने चिदंबरम को फोन लगाया। चिदंबरम जी हंस रहे थे।” आखिर में राहुल गांधी ने गुजरात के लोगों से कांग्रेस को वोट देने की अपील की और यह आश्वासन दिया कि अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो वह गुजरात के लोगों के भले के लिए हर संभव काम करेगी।
‘कांग्रेस आवे छे, नवसर्जन लावे छे’ : राहुल की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल होने के बाद अल्पेश ठाकुर का ऐलान 
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात के गांधीनगर में पिछड़े वर्ग (ओबीसी) के युवा नेता अल्पेश ठाकोर द्वारा आयोजित रैली में हिस्सा लिया। राहुल गांधी की मौजूदगी में अल्पेश ठाकोर कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। ओबीसी एसटी एससी एकता मंच की गांधीनगर में आयोजित 'नवसर्जन गुजरात जनादेश' रैली में हिस्सा लेने के लिए राहुल जब अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे, तो वहां अल्पेश ठाकोर ने उनका स्वागत किया। कांग्रेस नेता भारतसिंह सोलंकी ने पाटीदार आंदोलन के संयोजक हार्दिक पटेल और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी से भी कांग्रेस में शामिल होने का आग्रह किया था। हार्दिक पटेल की मुलाकात राहुल गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत से हुई और उन्होंने चुनावी रणनीति के बारे में लंबी चर्चा की। हार्दिक ने कहा, "मैं पाटीदार के हक के काम को लेकर प्रतिबद्ध हूं और पाटीदारों को अपने वोट बैंक के तौर पर देखने वाली बीजेपी के खिलाफ खुलकर काम करूंगा।" दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने भी समान रुख अपनाते हुए कहा, "मैं 2019 में बीजेपी को हराने के लिए प्रतिबद्ध हूं, सिर्फ गुजरात में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में।" एक महीना पहले बीजेपी में शामिल होने वाले निखिल सवानी ने भी राहुल गांधी से मुलाकात की। सवानी ने कहा कि राहुल गांधी के साथ उन्होंने पाटीदार आंदोलन से जुड़े अपने विचार साझा किए। साभार नवजीवन  
बोले राहुल, पैसे से नहीं बिक सकती गुजरात की आवाज़ 
गुजरात चुनावों की तारीखों की घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक दलों ने पूरे जोर-शोर से अपना अभियान शुरू कर दिया है. सोमवार को राहुल गांधी गुजरात की राजधानी गांधीनगर में कांग्रेस के नवसर्जन जनादेश महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने जीएसटी से लेकर गुजरात में विकास और शिक्षा जैसे मुद्दों पर भाजपा को घेरने की कोशिश की. इसी रैली में अल्पेश ठाकोर ने कांग्रेस का औपचारिक रूप से दामन थामा. राहुल गांधी ने कहा कि नैनो बनाने के लिए एक कंपनी को 30-35 हज़ार करोड़ रुपये दिए गए, इतने में गुजरात के किसानों का कर्ज़ माफ हो जाता. लेकिन बीजेपी ने इनकी आवाज़ नहीं सुनी. मोदी जी बताएं कि 35 हज़ार करोड़ से कितनी नैनो कार बनीं. जब भी आप सेल्फ़ी क्लिक करते हैं और उस बटन को दबाते हैं तो एक चीनी नौजवान को रोजगार मिलता है. मोदी जी मेक इन इंडिया की बात करते हैं. गुजरात में आज 30 लाख बेरोज़गार नौजवान हैं. मोदी जी की सरकार 24 घंटे में केवल 450 लोगों को रोजगार दे पाती है. कहा कि पूरे देश का बजट लगा दो, पूरी दुनिया का पैसा लगा दो, गुजरात की आवाज़ को दबाया नहीं जा सकता है. गुजरात की आवाज़ को खरीदा नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि पूरा गुजरात आंदोलन में लगा है. क्योंकि पिछले 22 सालों से गुजरात में जनता की सरकार नहीं चली है. यहां सिर्फ पांच-दस उद्योगपतियों की सरकार चल रही है. इसलिए गुजरात का समाज सड़कों पर खड़ा है. अमित शाह के बेटे जय शाह पर नरेंद्र मोदी एक भी शब्द नहीं बोल रहे हैं. मोदी जी मन की बात कहते हैं. मैं आज मोदी जी को गुजरात के दिल की बात कहना चाहता हूं. गुजरात के युवा शिक्षा चाहते हैं. आपने 22 साल में हर कॉलेज को, हर यूनिवर्सिटी को पांच-दस उद्योगपतियों के हाथ में डाल दिया है. गुजरात का युवा शिक्षा के लिए पैसा नहीं दे पाता है. पिछले साल हिंदुस्तान की सरकार ने बड़े उद्योगपतियों का एक लाख 20 हज़ार करोड़ रुपये का कर्ज़ माफ किया. माल्या जी ने नौ हज़ार करोड़ रुपये लिए. उनके साथ बातचीत हो रही है. लेकिन अपना खून पसीना बहाने वाले गुजरात के किसानों को कहा जाता है कि उनका कर्जा माफ नहीं होगा।    
भाजपा की ‘खरीद-फरोख्त नीति’ को तहसीन ने बताया शर्मनाक 
ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर की कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात और उसके बाद कांग्रेस में शामिल होने के एलान के बाद भी भाजपा को लगने वाले झटके रुके नहीं हैं. ठाकोर के बाद अगला हमला हुआ हाल में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए पाटीदार नेता नरेंद्र पटेल की तरफ़ से. उन्होंने रविवार देर शाम एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि भाजपा ने उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए एक करोड़ रुपए की पेशकश की थी. नरेंद्र पटेल ने पत्रकारों के सामने दस लाख रुपए कैश पेश करते हुए दावा किया कि ये रकम उन्हें एडवांस के तौर पर वरुण पटेल ने दी है. वरूण पटेल भी पाटीदार आंदोलन से जुड़े रहे हैं और वो हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं. हालांकि वरुण पटेल ने नरेंद्र पटेल के आरोपों को खारिज कर दिया है. नरेंद्र पटेल के दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है. गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता और विधायक शक्तिसिंह गोहिल ने नरेंद्र पटेल के दावों से जुड़ी ख़बर को ट्वीट किया है. वहीं कांग्रेस से ही जुड़े तहसीन पूनावाला ने इन आरोपों को शर्मनाक कहा है. वहीं आम आदमी पार्टी ने भी अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से नरेंद्र पटेल के भाजपा पर लगाए गए आरोपों को ट्वीट किया है. अभी सोशल मीडिया पर पटेल के आरोपों पर प्रतिक्रिया का दौर शुरू ही हुआ था कि सोमवार सवेरे भाजपा पर एक और हमला किया गया. हार्दिक पटेल के साथी रहे निखिल सवानी ने भाजपा से इस्तीफ़ा दे दिया और आरोप लगाया कि गुजरात में भाजपा सरकार ने पटेलों को आरक्षण देने के लिए कोई क़दम नहीं उठाया है. भाजपा छोड़ने के फ़ैसले की घोषणा करते हुए सवानी ने कहा, ''मैं भाजपा में इसलिए शामिल हुआ था क्योंकि वो कुछ अच्छा काम कर रही थी. लेकिन पाटीदारों के आरक्षण के लिए उनकी प्रतिबद्धता मज़बूत नहीं दिखती. उसका कहना है कि पाटीदारों को कोटा मिलना चाहिए. लेकिन ये लॉलीपॉप वो हमें कई साल से दे रहे हैं.'' उन्होंने कहा, ''मैं इसलिए इस्तीफ़ा दे रहा हूं क्योंकि वो सिर्फ़ लॉलीपॉप दे रहे हैं और कोई वादा पूरा नहीं कर रहे...पाटीदार समुदाय भाजपा को माफ़ नहीं करेगा.'' उनसे जब पूछा गया कि क्या उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए कोई रकम दी गई थी, तो उन्होंने कहा, ''नहीं, मुझे कोई पैसा ऑफ़र नहीं किया गया था.'' सवानी ने ये भी कहा कि वो हार्दिक पटेल के संगठन पाटीदार अनामत आंदोलन में जा रहे हैं. हालांकि, उन्होंने ये भी बताया कि वो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाक़ात करेंगे. हाल में भाजपा छोड़ने वाले नरेंद्र पटेल का ज़िक्र करने पर उन्होंने कहा, ''मैं नरेंद्र पटेल को बधाई देता हूं. वो छोटे परिवार से आते हैं, इसके बावजूद उन्होंने 1 करोड़ रुपए नहीं लिए. मुझे इस बारे में पता चला. मैं इस बात से अपसेट हूं. मैं आज भाजपा छोड़ रहा हूं.'' साभार बीबीसी
राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः 8922002003)
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