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दुनिया के इस इकलौते शख्स ने धरती माता की सेवा का उठाया बीड़ा, इस सभ्य, शालीन व्यक्तित्व के जोश, जुनून और जज्बा को क्या नाम देंगे आप?

गोरखपुर जनपद के भस्मा-डवरपार निवासी सौरभ पाण्डेय ने सर्वधर्म समभाव और धरती माता की सेवा के लिए किया अपना  सब सुख-चैन कुर्बान, 8 जनवरी को धरा धाम का शिलान्यास करेंगे अभिनेता राजपाल यादव, सौरभ का 14 वर्ष पुराना सपना होगा साकार और दुनिया में चमकेगा यूपी के गोरखपुर का नाम 
गोरखपुर। धरा धाम ट्रस्ट के सहारे दुनिया में गोरखपुर के नाम को रौशन करने का जज्बा पालने वाले सौरभ पाण्डेय अब वह काम करने जा रहे हैं, जो किसी ने सोचा भी नहीं होगा। दुनिया के इस आधुनिकता के चकाचौंध से खुद को अलग रखने वाले इस 32 वर्षीय नवजवान की शैली को देखकर हर कोई दांतों तले उंगलियां दबा रहा रहा है। लोग आपस में भी यह सवाल कर रहे हैं कि आखिर इतने बड़े अंतरराष्ट्रीय प्रकल्प के लिए सौरभ पाण्डेय को प्रेरणा कहां से मिली। बेहद शालीन और मिलनसार सौरभ दुनिया के तमाम सवालों से निरूत्तर सिर्फ अपने कर्म में विश्वास रखते हैं। कहते हंध कि धरती मां की चिंता न जाने किसी को क्यों नहीं है, बल्कि इस धरती मां की वजह से ही आज सृष्टि हंसती-खिलखिलाती दिख रही है। सौरभ पाण्डेय को नजदीक से जानने वाले लोग बताते हैं कि सौरभ जैसा जोश और जुनून शायद ही इस उम्र के किसी युवा में दिखे। धरा धाम ट्रस्ट के प्रमुख सौरभ पाण्डेय को करीब से जानने वाले शिक्षाविद् रत्नाकर त्रिपाठी ने www.newsforall.in से खास बातचीत कुछ बातें बताईं। रत्नाकर त्रिपाठी ने कहा कि अंतःकरण में सामाजिक विद्वेष की कर्कस ध्वनि ने इस कदर हलचल मचाई कि ग्राम भस्मा-डवरपार निवासी सोमनाथ पाण्डेय के बड़े पुत्र सौरभ पाण्डेय ने इस बीमारी को जड़ को से खत्म करने का बीड़ा उठा लिया। लगभग चौदह वर्ष पूर्व अलग-अलग मामलों में जब देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों से लाखों की संख्या में लोग जाति और धर्म के नाम पर एक-दूसरे का खून पीने के लिए दौड़ रहे थे तब सौरभ पाण्डेय इस समस्या के समूल नाश के लिए योजनाएं बनाने में व्यस्त थे। फिर उन्होंने यह तय किया कि एक एसा स्थल बने जहां हर जाति-धर्म के लोग एक साथ उठे-बैठें। सबका मेल-मिलाप हो। यदि कोई विवाद हो तो उसका निपटारा शांतिपूर्वक ढंग से साथ-साथ बैठकर कर लें। वही वक्त था, जब सौरभ पाण्डेय के दिल-ओ-दिमाग में धरा धाम की नींव पड़ गई। अपनी परिकल्पना के बाबत जब सौरभ पाण्डेय ने अपनी भावनाओं से पिताश्री को अवगत कराया तो उन्होंने भी आव देखा न ताव उनकी (सौरभ) बातों पर हामी भरते चले गए। फिर क्या था, चौदह वर्ष पूर्व देखा गया सौरभ पाण्डेय का यह सपना किशोरावस्था में दुनिया के सामने प्रकट हो रहा है। रत्नाकर त्रिपाठी ने बताया कि धरा धाम यानी धरती माता का तीर्थस्थल। सौरभ पाण्डेय का मानना है कि धरती पर रहने वाले सभी मनुष्य की एक ही जाति-धर्म है ‘मानव धर्म’। पर यह संभव कैसे है? कहने में तो बहुत अच्छा लगता है कि हम सब एक हैं। इस रूढ़िवादी जगत में जाति-धर्म की दीवार को गिराना इतना आसान भी नहीं। फिर सौरभ पाण्डेय ने तय किया कि क्यों न एक ही परिसर में दुनिया के सभी धर्मों के प्रतीकस्थल (मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा, गिरिजाघर, जैन मंदिर, बौद्ध मंदिर, सीनगॉग, अग्नि मंदिर, कन्फ्यूसियश साइन, ताओ साइन, रिलीजियस म्यूजियम, रिलिजियस लाईब्रेरी, स्प्रीचुअल एंड कल्चरल ऑडिटोरियम, रिलिजियस मल्टीप्लेक्स पिक्चर पैलेस, ऑरफेन हाऊस, गेस्ट हाऊस, हास्पिटल, स्कूल आदि) बना दिया जाए, जहां सब लोग आएं और अपने धर्मानुसार आचरण करें। फिर सभी लोग धरती मां की गोद में बैठकर, मां के आंचल तले मिली एक जैसी ममता का प्रचार-प्रसार पूरी दुनिया में करें। इसके लिए अलग से धरती मां का भी प्रतीकस्थल भी बनेगा, जो दुनिया का एकमात्र धरती मां का प्रतीकस्थल होगा। बाग-बगीचे, फूलों-खुश्बूओं के बीच प्रकृति की गोद में बैठी धरती मां हर धर्म के लोगों कों एकसाथ अपने आंचल के साए में दुलारकर ममता उड़ेलेंगी, जिससे तन-मन दोनों पावन होगा। बेशक, यहां की सुगंध पूरी दुनिया में फैलेगी। हर कोई अभिभूत होगा। सबका मन-मस्तिष्क निर्मल होगा, चाहे वह कितना भी बड़ा अत्याचारी, व्यभिचारी क्यों न हो। आपको बता दें कि अब धरा धाम परिसर में होने वाले तमाम निर्माण कार्यों की शुरूआत होने वाली है, जिसकी चर्चा न सिर्फ गोरखपुर और भारत बल्कि दुनिया के कई देशों में हो रही है। बताया गया है कि निर्माण कार्यों का शिलान्यास 08 जनवरी, 2017 को होना तय है। इस भव्य शिलान्यास समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राजपाल यादव (बालीवुड के विख्यात फिल्म अभिनेता और सर्व समभाव पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय स्टार प्रचारक) मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अभिन्यु तिवारी (संरक्षक, उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ) द्वारा किया जाना है। सौरभ पाण्डेय के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले विश्वम्भर नाथ पाण्डेय, रत्नाकर त्रिपाठी, कालीशंकर, साधुशरण पाण्डेय, राधेश्याम पाण्डेय, मुन्ना सिंह प्रधान, डा.एहसान अहमद, मनोज कुमार यादव, सरदार जगनैन सिंह नीटू, राम प्रसाद यादव, प्रदीप तिवारी, पं.मणिधर पाण्डेय, आशुतोष शुक्ला मीडिया इंचार्ज, विजय नारायण शुक्ला, बनमाली शर्मा, अमिताभ पाण्डेय, कृपाशंकर राय, सूर्यप्रकाश पाण्डेय, पटेल सिंह, महेन्द्र पाण्डेय, बजरंगी सहाय पाण्डेय, एडवोकेट शिवचंद, जितेन्द्र कुमार सिंह, अशोक पाण्डेय आचार्य, अर्जुन जायसवाल, शिवराम निषाद, जटाशंकर पाण्डेय, राजेश हरिजन, छत्रपति प्रजापति, गौतम पाण्डेय, फरहान शम्सी, ज्या फरमान, आमिर बदरे, आमिर आफताब, संजय मिश्रा, ठाकुर मनीष सिंह, संदीप त्रिपाठी, रामदयाल पाण्डेय, गुरू, एडवोकेट सच्चितानन्द ओझा, जितेन्द्र पासवान प्रधान, अवनीश मणि त्रिपाठी, नीरज श्रीवास्तव, राहुल श्रीवास्तव आदि दिन-रात एक कर तैयारियों में जुटे हुए हैं। रत्नाकर त्रिपाठी ने बताया कि शिलान्यास समारोह में भोजपुरी के सुपरस्टार लोकगायक बादल बवाली, अशोक राव, नीलम सागर, ब्यूटी सिंह एंड पार्टी भी अपना मनोरंजक कार्यक्रम प्रस्तुत करेगी।
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