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राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की आशंका से बढ़ी सभी दलों की चिंता

लखनऊ। क्रॉस वोटिंग की बढ़ती आशंका के मद्देनजर उत्तर प्रदेश की 11 राज्यसभा सीटों के शनिवार (11 जून) को होने वाले चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपने संख्याबल का बारीकी से जायजा लिया। राज्य विधान परिषद की 13 सीटों के लिए शुक्रवार (10 जून) को हुए चुनाव में क्रॉस वोटिंग की खबरों के मद्देनजर सभी दलों ने शनिवार (11 जून) को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए अपने सभी विधायकों को अपने-अपने पाले में रखने के लिये पुख्ता पेशबंदी शुरू कर दी है। राज्यसभा का चुनाव जीतने के लिए हर प्रत्याशी को प्रथम वरीयता के 34 मतों की जरूरत होगी। राज्य की 403 सदस्यीय विधानसभा में सपा के 229, बसपा के 80, भाजपा के 41 और कांग्रेस के 29 विधायक हैं। बाकी छोटे दलों के और निर्दलीय विधायक हैं। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के आठ विधायक हैं और उसने सपा तथा कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन का ऐलान किया है। बसपा के पास 80 विधायक हैं और प्रथम वरीयता के 34-34 मतों के सहारे वह अपने दो प्रत्याशियों को आसानी से जिता सकती है। उसके 12 वोट बच भी जाएंगे। बसपा प्रमुख मायावती ने हालांकि अपने 12 विधायकों के वोटों के इस्तेमाल को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं। गुरुवार (9 जून) को एक प्रेस कांफ्रेंस में इस सिलसिले में पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा कि वह किसका समर्थन करेंगी और किसका नहीं, यह चुनाव नतीजों के साथ साफ हो जाएगा। बसपा ने सतीश चन्द्र मिश्र और अशोक सिद्धार्थ को राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया है। वहीं, भाजपा ने शिव प्रताप शुक्ल को अपना उम्मीदवार बनाया है, जिनकी जीत तय है। हालांकि गुजरात के हीरा व्यवसायी की पत्नी प्रीति महापात्र ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरकर राज्यसभा चुनावों को जरूरी बना दिया है। नामांकन के दौरान उनके प्रस्तावकों में भाजपा के 16 विधायक तथा सपा के कुछ बागी विधायक शामिल थे। माना जा रहा है कि भाजपा की बाकी बचे सात वोट प्रीति के खाते में जा सकते हैं, लेकिन इसके बावजूद उनकी राह काफी मुश्किल होगी, क्योंकि जीत के लिये उन्हें 27 और मतों की जरूरत होगी। सपा ने अपने सात प्रत्याशी खड़े किए हैं लेकिन उसके सातवें प्रत्याशी को जीत के लिए नौ प्रथम वरीयता वाले मतों की कमी पड़ेगी। दूसरी ओर, कांग्रेस के पास 29 विधायक हैं और उसे अपने प्रत्याशी कपिल सिब्बल को जिताने के लिए पांच और मतों की जरूरत होगी। हालांकि रालोद ने समर्थन का वादा करके उसे राहत दे दी है। सपा के राज्यसभा प्रत्याशियों में अमर सिंह, बेनी प्रसाद वर्मा, कुंवर रेवती रमण सिंह, विशम्भर प्रसाद निषाद, सुखराम सिंह यादव, संजय सेठ और सुरेन्द्र नागर शामिल हैं।
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