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कन्हैया की रिमांड खत्म, 14 दिन के लिए भेजा गया जेल (जेएनयू से संबंधित सारी खबरें एकसाथ)

नई दिल्ली। राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को अदालत ने शुक्रवार को दो हफ्ते की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। सूत्रों से यह जानकारी मिली है। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने महानगर दंडाधिकारी से कहा कि उसे अब कन्हैया कुमार को हिरासत में लेने की जरूरत नहीं है। इसके बाद अदालत ने छात्र नेता को दो हफ्ते की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने गुरुवार को कन्हैया कुमार को हिरासत में लेने की मांग की थी, ताकि दो अन्य आरोपी छात्रों उमर खालिद और अनिरबन भट्टाचार्य के साथ उसका आमना-सामना कराकर पूछताछ की जा सके। यह कार्रवाई कहां हुई, इसकी जानकारी सुरक्षा कारणों से नहीं दी गई है। राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को अदालत ने शुक्रवार को दो हफ्ते की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। खालिद और भट्टाचार्य पर भी राजद्रोह का आरोप लगाया गया है क्योंकि उन्होंने कथित रूप से भारत विरोधी नारे लगाए थे। उन्हें 27 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है। जेएनयू के इन दोनों छात्रों ने इससे पहले वसंत कुंज पुलिस थाने में मामला दर्ज होने के बाद मंगलवार को विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। कन्हैया कुमार को 12 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। संसद हमले के दोषी अफजल गुरु पर विश्वविद्यालय परिसर में सभा का आयोजन किया गया था। उस कार्यक्रम में कथित रूप से भारत विरोधी नारे लगाए गए थे। इसके बाद कन्हैया को गिरफ्तार किया गया था।  
पुलिस ने मुझ पर हमला करने वालों को जाने दिया : कन्हैया कुमार 
'जिस आदमी ने मुझ पर पटियाला हाउस कोर्ट में हमला किया पुलिस ने उसे जाने दिया'। यह बयान जेएनयू विवाद में गिरफ्तार छात्र कन्हैया कुमार ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा भेजी गई वकीलों की एक टीम के सामने दिया है। 17 फरवरी को दूसरी बार कोर्ट परिसर में हुई हिंसा के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस टीम को भेजा था। एक वीडियो सामने आया है जिसमें इन वकीलों के सामने कन्हैया द्वारा अपने साथ हुई हिंसा के बारे में बयान देते देखा जा रहा है। कन्हैया के इस बयान का नया वीडियो जारी हुआ है जिसे कथित रूप से वहां मौजूद एक वकील ने ही बनाया है और इसमें जेएनयू छात्र को यह कहते हुए सुना जा रहा है कि जब सुनवाई के लिए उसे लाया जा रहा था तब उस पर यह हमला किया गया। कन्हैया ने वीडियो में कहा है 'पुलिस मुझे लेकर आई तो सबसे पहले गेट पर मीडिया वालों ने मुझे घेर लिया। मुझे उनसे बचाते हुए पुलिस गेट के अंदर लेकर आई तो भीड़ ने घेर लिया जिन्होंने वकीलों के कपड़े पहन रखे थे। उन्होंने मेरे ऊपर अटैक किया जब हम अंदर आए ही थे। ऐसा लग रहा था कि वो एक तैयारी में बैठे हुए थे कि आएगा और अटैक करेंगे। वीडियो में कन्हैया को यह कहते हुए भी देखा जा रहा है कि 'जो लोग पीट रहे थे उसमें कुछ लोग और लोगों को बुला रहे थे..आ गया, आ गया। उस दौरान धक्का देकर के जब मुझे अंदर किया जा रहा था तो मेरा पैंट खुल गया, उसके बाद मेरा टी-शर्ट, मेरा चप्पल खुल गया।' कोर्ट में घुसने के बाद कन्हैया ने अपने जेएनयू प्रोफेसर को इशारा करके दिखाया कि वह आदमी मुझे पीट रहा था। कन्हैया कह रहे हैं 'मैंने पुलिस को भी दिखाया, मैं उन्हें बता रहा हूं कि इसी आदमी ने मुझे पीटा है लेकिन पुलिस ने उसे जाने दिया।' बता दें कि जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को देश द्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है तिहाड़ जेल में कन्हैया की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है क्योंकि खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक जेल में भी जेएनयू के इस छात्र पर हमला हो सकता है। कन्हैया की जमानत याचिका पर 29 फरवरी को हाईकोर्ट में सुनवाई होगी।  
कन्हैया पर जेल में हमले का अंदेशा, सुरक्षा बढ़ाई! 
तिहाड़ जेल प्रशासन ने जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है। इंटेलीजेंस रिपोर्ट और पटियाला हाउस कोर्ट में हुए पिटाई कांड के बाद ये फैसला लिया गया है। अंदेशा है कि जेल में कन्हैया पर हमला हो सकता है। कन्हैया को 24 घंटे निगरानी में अलग सेल में रखा गया है। क्विक रिएक्शन टीम को भी इसमें शामिल किया गया है। तिहाड़ जेल प्रशासन ने जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है। अंदेशा है कि जेल में कन्हैया पर हमला हो सकता है। तिहाड़ जेल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट भी यहां मौजूद रहेंगे। किसी भी कैदी को कन्हैया से मिलने की इजाजत नहीं होगी। बता दें कि एक दिन की रिमांड खत्म होने के बाद कन्हैया को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।  
आशुतोष से हुई पूछताछ 
देशद्रोह के आरोपों की जांच में जेएनयू के एक अन्य छात्र आशुतोष ने जांच में आज शिरकत की। पुलिस उसे तलाश रही थी और उसे सम्मन भेजा गया था। आशुतोष कन्हैया कुमार से पहले जेएनयू छात्र संगठन के अध्यक्ष था और उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य समेत उन पांच छात्रों में से एक है जो रविवार रात को विश्वविद्यालय परिसर में नजर आए थे। इन छात्रों को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है वहीं प्रिंटिग प्रेस वाले को भी पुलिस ने आरकेपुरम थाने बुलाया गया है। आरोप है कि इसी प्रिंटिंग प्रेस से उमर ने 9 परवरी के पोस्टर छपवाए थे। इस बीच पुलिस ने खालिद और अनिर्बान की और कस्टडी मांगी है। बता दें इनकी पुलिस रिमांड आज खत्म हो रही है। देशद्रोह के आरोपों की जांच में जेएनयू के एक अन्य छात्र आशुतोष ने जांच में आज शिरकत की। पुलिस उसे तलाश रही थी और उसे सम्मन भेजा गया था। आशुतोष कन्हैया कुमार से पहले जेएनयू छात्र संगठन के अध्यक्ष था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आशुतोष ने शुक्रवार रात में सम्मन भेजा गया था और आज वह खुद आरके पुरम पुलिस स्टेशन में पेश हुआ। यहीं खालिद और भट्टाचार्य से मौजूदा पूछताछ चल रही है। अन्य दो छात्र रामा नागा और अनंत कुमार को अभी तक पुलिस की ओर से कोई सम्मन नहीं मिला है। उन्होंने पहले कहा था कि वह पुलिस के साथ जांच में सहयोग करने को तैयार हैं। रविवार की रात को पांचो लोग विश्वविद्यालय परिसर में फिर से सबके सामने आए थे और अगले दिन खालिद एवं भट्टाचार्य ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। पुलिस को राष्ट्रद्रोह के मामले में पांचों लोगों की तलाश थी जिसकी वजह से 12 फरवरी को कन्हैया कुमार को गिरफ्तार किया गया था। शुक्रवार को पुलिस ने कुमार, खालिद और भट्टाचार्य से पहली बार एक साथ पूछताछ की थी। पुलिस ने बताया कि इस पूछताछ के बाद पुलिस ने लगभग 22 लोगों की पहचान की है जो नौ फरवरी के विवादास्पद कार्यक्रम में सक्रिय तौर शामिल थे। ऐसा माना जा रहा है कि आशुतोष, खालिद, अनिर्बन और कुछ अन्य ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था जिसमें कथित तौर पर देश विरोधी नारे लगाए गए थे। 
फिर लगे कश्मीर की आजादी की मांग वाले पोस्टर 
जेएनयू में देशविरोधी नारे लगने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि जेएनयू एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। शनिवार को फिर जेएनयू परिसर में विवादित पोस्टर लगाए गए। इन पोस्टर्स में कश्मीर की आजादी की मांग का जिक्र किया गया है साथ ही इन पोस्टर्स को 12 मार्च तक न हटाने की अपील भी की गई है। कश्मीर की आजादी की मांग वाले इन पोस्टर्स में भारत को जेल बताया गया है। हालांकि पोस्टर्स पर किसी भी संगठन का नाम नहीं है। देश विरोधी पोस्टर लगाने को लेकर दिल्ली पुलिस ने यूनिवर्सिटी के 4 छात्रों से पूछताछ की है। जेएनयू में देशविरोधी नारे लगने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि जेएनयू एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। शनिवार को फिर जेएनयू परिसर में विवादित पोस्टर लगाए गए। बता दें कि देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की एक दिन की रिमांड खत्म होने के बाद उसे 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया है। कन्हैया को 12 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। वहीं अन्य आरोपी छात्र उमर खालिद और अनिर्बान, की पुलिस रिमांड आज खत्म हो रही है।
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