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केन्द्र पर भारी बिहार, शुरू हुआ मोदी के ‘शब्द’ से उन्हीं पर वार, नीतीश-लालू करेंगे 'शब्द वापसी' के लिए पलटवार

पटना। पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा आगामी बिहार विधानसभा के मद्देनजर अपनी चुनावी रैलियों में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी प्रमुख लालू यादव के खिलाफ शुरू की गई जुबानी जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही। पीएम के 'डीएनए' वाले बयान और उसके बाद गया रैली में 'बीमारू' की टिप्पणी के बाद अब नीतीश और लालू ने जवाबी पलटवार का मन बना लिया है। दोनों नेता एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने वाले हैं। इस मौके पर नीतीश और लालू 'शब्द वापसी अभियान' की शुरुआत करेंगे जिसके तहत बिहार के 50 लाख लोग हस्ताक्षर अभियान से जुड़कर पीएम मोदी से अपनी विवादित टिप्पणियों को वापस लेने की मांग करेंगे। इसके अलावा, नीतीश ने बताया कि अभियान की योजना के मुताबिक हस्ताक्षर करने वाले लोग अपने-अपने डीएनए सैंपल भी पीएम मोदी को भेजेंगे। 'डीएनए' से संबंधित पीएम की टिप्पणी के सिलसिले में ये सैंपल भेजकर उनसे डीएन जांच कराने को कहा जाएगा। नीतीश ने यह भी कहा कि आगामी 29 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में 'स्वाभिमान रैली' के साथ इस 'शब्द वापसी महाअभियान' के पहले चरण को पूरा किया जाएगा। बिहार में एक पखवाड़े के अंदर अपनी दूसरी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नीतीश कुमार और लालू प्रसाद पर तीखे हमले किए। उन्होंने जंगलराज, भुजंग प्रसाद, चंदन कुमार, अहंकारी जैसे शब्दों के जरिए करारे वार किए। जवाब में लालू ने मानसिक संतुलन बिगड़ने जैसे आरोप लगाए। नीतीश ने भी पलटवार किया। गया में रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने 'जंगलराज' शब्द का कई बार जिक्र किया। भारी भीड़ के बीच उन्होंने कहा कि आपने 25 साल तक राज्य पर शासन करने वालों के अहंकार, उत्पीड़न और धोखाधड़ी को झेला है। यह चुनाव इन लोगों से मुक्ति का पर्व है। जंगलराज से मुक्ति का पर्व है। अगर जंगलराज 2 आ गया तो सब बर्बाद हो जाएगा। आरजेडी चीफ लालू प्रसाद के चारा घोटाले में जेल जाने की तरफ इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि जंगलराज 1 के दौरान जेल का अनुभव नहीं था, जो अब है। जेल में कोई भी अच्छी बात नहीं सीखता। नीतीश और लालू के गठबंधन को 'राजनीतिक अवसरवादिता से बना गठबंधन' करार देते हुए मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने जहर पिया है, वे चुनाव के बाद उसे उगलेंगे। मोदी ने यह बात लालू के उस बयान के संदर्भ में कही, जिसमें लालू ने जेडीयू से गठबंधन पर कहा था कि मैं हर तरह का जहर पीने को तैयार हूं। मोदी ने नीतीश की उस टिप्पणी पर भी तीखे वार किए, जिसमें उन्होंने लालू से हाथ मिलाने पर रहीम का दोहा लिखकर कहा था कि चंदन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग। मोदी ने रैली में कहा कि पता ही नहीं चल रहा है कि बिहार में भुजंग प्रसाद कौन है और चंदन कुमार कौन है? पता नहीं कौन किसको जहर पिला रहा है, कौन किसका जहर पी रहा है। हाल ही में आरजेडी को 'रोजाना जंगलराज का डर' बताने वाले मोदी ने रविवार को नीतीश की जेडीयू को 'जनता का दमन और उत्पीड़न' की संज्ञा दी। नीतीश पर अहंकार के चलते राज्य का विकास ठप करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि गंगाजी बहती हैं लेकिन अगर कोई उल्टा लोटा लेकर जाएगा, तब एक बूंद भी जल नहीं आएगा। यहां के शासक भी उल्टा लोटा लिए हुए हैं, इसके कारण केंद्र से विकास के लिए आया धन लोगों तक नहीं पहुंच रहा है। मोदी ने एमपी और राजस्थान का हवाला देते हुए कहा कि एनडीए की सरकार बनने पर पांच साल के अंदर राज्य से 'बीमारु' का ठप्पा हट जाएगा, हालांकि बहुप्रतीक्षित आर्थिक पैकेज के वादे के बारे में उन्होंने चुप्पी साधे रखी। आपने जंगलराज देखा है और अगर आपने जंगलराज पार्ट-2 की अनुमति दी तो राज्य बर्बादी की ओर बढ़ चलेगा। यहां भुजंग प्रसाद कौन है व चंदन कुमार कौन है, पता ही नहीं चल रहा है।  
व्यापमं में आलोचना झेल रहे शिवराज की तारीफ व बिहार के नीतीश की आलोचना 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया है कि वो केंद्र की विकास की कोशिशों को राज्य में नहीं पहुंचने देते हैं। 9 अगस्त को बिहार के गया में एक चुनावी रैली में उन्होंने ये बात कही। मोदी ने कहा कि गंगाजी तो बहती हैं, लेकिन अगर हम उल्टा लोटा लेकर जाएंगे तो कोई बूंद लेकर नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सरकार विकास की गंगा बहाना चाहती है, लेकिन वो विकास राज्य तक नहीं पहुंच रहा है। बिहार में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और मुख्य मुक़ाबला भाजपा गठबंधन और जेडीयू-आरेजेडी गठबंधन के बीच है। मोदी ने कहा है कि बिहार में आने वाला विधानसभा चुनाव 'जंगलराज' से मुक्ति का पर्व होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि बिहार की जनता ने परिवर्तन का फैसला कर लिया है। उन पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि 25 साल से जिनको झेला है, जिनके हर ज़ुल्म को झेला है, जिनके अहंकार को झेला है, जिनकी धोखाधड़ी को झेला है, इन सबसे मुक्ति का पर्व ये चुनाव आने वाला है। उन्होंने लोगों से कहा कि 'जंगलराज' को फिर से वापस न आने दें। मोदी ने आरेजेडी को 'रोज़ जंगलराज का डर' कहा जबकि जेडीयू को उन्होंने 'जनता का दमन उत्पीड़न' नाम दिया। मोदी ने कहा कि अब जंगल राज के साथ जेल का अनुभव भी जुड़ गया है। मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने विकास कर राज्य को बीमारू राज्यों की श्रेणी से निकाला है। हालांकि चौहान इन दिनों व्यापमं घोटाले को लेकर आलोचनाएं झेल रहे हैं, जिस पर मोदी की चुप्पी को लेकर अकसर सवाल उठते हैं। मोदी ने गया को एक पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित करने की बात कही। माना जाता है कि गया में ही गौतम बुद्ध को बुद्धत्व की प्राप्ति हुई। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी के मुखिया लालू प्रसाद यादव की जमकर आलोचना की।
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