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केन्द्रीय मंत्री ने पंजाब कांग्रेस के शिष्टमंडल को किताब घोटाले की जांच का दिया भरोसा

चंडीगढ़। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री एम.पल्लम राजू ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सर्वशिक्षा अभियान व राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के फंडों में पंजाब के शिक्षा मंत्री सिकंदर सिंह मलूका द्वारा कथित रूप से किए गए घोटाले की जांच का भरोसा दिया है। शिष्टमंडल के सदस्यों के मुताबिक मंत्री राजू भी मामले के बारे में सुनकर हैरान रह गए और गहराई से जांच का भरोसा दिया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान प्रताप सिंह बाजवा की ओर से पंजाब कांग्रेस का शिष्टमंडल विधानसभा में नेता विपक्ष सुनील जाखड़ के नेतृत्व में केन्द्रीय मंत्री से मिला। मंत्री ने भरोसा दिया कि पंजाब में जांच कमेटी भेजेंगे। शिष्टमंडल ने राजू को बताया कि पंजाब शिक्षा बोर्ड में घोटाले ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। मीडिया की जांच में खुलासा हुआ है कि सर्वशिक्षा अभियान के तहत सभी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सरकारी स्कूलों को लाइब्रेरी किताबों की सप्लाई में 9.28 करोड़ का घोटाला हुआ है। इसी तरह राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत 756 सरकारी स्कूलों को साईंस किटों सप्लाई के मामले में 7.56 करोड़़ का घोटाला किया गया है। केन्द्रीय मंत्री को सौंपे गए ज्ञापन के अनुसार केन्द्रीय फंडों में घोटाला शिक्षा मंत्री, पंजाब के निर्देशों पर अंजाम दिया गया है। कांग्रेसियों का कहना है कि शिक्षा मंत्री ने डायरेक्टर जनरल ऑफ स्कूल एचुकेशन को किनारे करते हुए अपने चहेते अधिकारियों की तीन सदस्यीय कमेटी बनाई और उनको किताबों व साईंस किटों के लिए टैंडर निकालने को कहा। टैंडर के बारे में स्थानीय अखबारों में बहुत छोटे स्तर पर जानकारी दी गई, जिसमें केन्द्रीय योजनाओं का भी जिक्र नहीं किया गया। जिन्होंने किताबों व साइंस किटों के लिए इस क्षेत्र में कोई तजुर्बा न रखने वाली संदेहास्पद फर्मों को ज्यादा कीमत पर टैंडर जारी किए गए। जब लोगों का दबाव बढ़ा तो एक मुख्यमंत्री ने एक रिटायर्ड जज से जांच करवाने के आदेश दिए हैं। कांग्रेसी कहते हैं कि उक्त रिटायर जज भी मुख्यमंत्री के नजदीकी मित्र हैं। आश्चर्यजनक है कि सरकार क्यों मंत्री का बचाव कर रही है, जबकि उसने गलत टैंडर को अंजाम देने वाले मंत्री द्वारा नियुक्त तीन अफसरों को निलंबित कर दिया है। क्यों मंत्री को सजा नहीं दी जा रही, जो कमेटी बनाने के लिए जिम्मेदार हैं और जिसने कथित घोटला किया? इस अवसर पर रवनीत सिंह बिट्टू सांसद, उपाध्यक्ष गुरप्रीत सिंह कांगड़, चरणजीत सिंह चन्नी, उपाध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस व विधायक, तरलोचन सिंह सूंद उपाध्यक्ष, विधायक जगमोहन सिंह कंग, साधु सिंह धर्मसोट, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, ब्रह्म माहिन्द्रा, अमरिन्दर सिंह, राजा, जोगिन्दर सिंह, मोहम्मद सदीक, चरनजीत कौर बाजवा, गुरइकबाल कौर, हरचंद कौर, प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता व पूर्व विधायक सुखपाल सिंह खैहरा, जगबीर सिंह बराड़, मक्खन सिंह पूर्व विधायक भी मौजूद रहे।
विधायक सिद्धू के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने मलूका के निवास के बाहर धरना दिया 
चंडीगढ़। मोहाली से विधायक बलबीर सिद्धू के नेतृत्व में सैंकड़ों कांग्रेसियों द्वारा शिक्षा मंत्री सिकंदर सिंह मलूका के गांव कांसल में निवास के बाहर धरना दिया गया। जिन्होंने किताब घोटाले में शमूलियत को लेकर मंत्री से इस्तीफे की मांग की। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सिद्धू ने कहा कि मलूका की घोटाले में शमूलियत ने सारे राजनीतिज्ञों को शर्मशार कर दिया है। कोई भी व्यक्ति इस तरह का घृणित कार्य करने के बारे में सोच नहीं सकता। यह मानवता के विरूद्ध अपराध है और मलूका के इस गुनाह की कोई माफी नहीं है। मलूका को खुद ही अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, नहीं तो कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री पर मलूका को बर्खास्त करने का दबाव बनाएगी। सिद्धू ने कहा कि किताबों की खरीददारी के लिए मलूका की बहु पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। इतना सब होने के बाद भी मुख्यमंत्री मलूका को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और उनके द्वारा जांच संबंधी दिए आदेश खुद में शर्मनाक हैं। कांग्रेस सीबीआई या पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के वर्तमान जज से जांच करवाने से कम पर सहमत नहीं होगी।
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